नवरात्र का समय है. मां की साधना में पूरा देश जुटा है. कोई पूरे नवरात्र व्रत है, तो कोई रोज मंदिरों में मां की पूजा के लिए जा रहा है. मां की पूजा का तरीका अलग हो सकता है, लेकिन सभी मां की कृपा चाहते हैं. अपनी साधना से मां को प्रसन्न करना चाहते हैं, ताकि उनकी मनकामना पूरी हो. साधना में शक्ति होती है. ये उन सभी लोगों को पता है, जो मां में विश्वास रखते हैं. मुनव्वर राना का एक शेर है..
मुङो बस इसलिए बहार अच्छी लगती है,
कि ये भी मां की तरह खुशगवाह लगती है.
कहने को ये बात कही जाती है कि सब दिन भगवान के हैं, किसी विशेष दिन पूजा क्या करनी, लेकिन कुछ खास दिन होते हैं, जिन्हें हमारे पूर्वजों ने तय कर रखा है. ये हमे आनेवाले समय के लिए तैयार करते हैं. हाल में ही देश के एक महानगर में जाना हुआ, जहां कॉलेज के साथी से मुलाकात हुई. उनसे फोन पर लगातार बात होती रहती थी. लगभग साल भर पहले की बात है, तब मैंने उनसे साधना की बात की थी. विपश्यना के बारे में बताया था. मुङो एक विपश्यना केंद्र में जाने का मौका मिला था. वहां से शिक्षक से बात करने का मौका मिला था. उनसे काफी चीजें सीखने को मिली थीं. मन था कि दस दिन की विशेष साधना मैं भी करूं, लेकिन कर नहीं सका. इससे पहले विश्वयना के बारे में तब जाना था, जब दिल्ली में काम करता था. वहां हमारे चैनल में वरिष्ठ पद पर काम करनेवाले एक व्यक्ति की भतीजी का यूपीएससी में पहली बार में सेलेक्शन हुआ था.
यूपीएससी में चयनित छात्र से जब मिलने का मौका मिला, तो उन्होंने बताया कि मेरी सफलता का राज साधना में है. मैं विपश्यना करती हूं. यूपीएससी का साक्षात्कार देने के पहले मैं विपश्यना को गयी थी, तब से मन में था. मैं जब ज्यादा परेशान होता हूं, तो स्वामी सत्यानंद के योगनिद्रा का अभ्यास करता हूं. बहुत फायदा होता है, लेकिन बात मित्र की हो रही थी. उन्हें जब मैंने विपश्यना के बारे में बताया तो उन्होंने इंटरनेट पर सर्च करना शुरू किया और जल्द ही मुंबई में जाकर विपश्यना में शामिल हो गये. दस दिन बाद लौटे तो उनकी बोली-बानी बदली हुई थी. उनमें पहले से काफी बदलाव था. कहने लगे कि जीने का मकसद मिल गया है. अब जिंदगी पहले से आसान हो गयी है.
साल भर पूरा हुआ, तो वह फिर से विपश्यना में जाने को तैयार हैं, आज ही उन्होंने दोबारा साधना शुरू की. साधना में जाने से पहले फोन कर कहने लगे कि साधना में बड़ी शक्ति होती है. मुङो लगता है कि हर साल साधना का अभ्यास गुरु के जरिये करना चाहिये. इसी वजह से मैं फिर से साधना पर जा रहा हूं. मुङो लगता है कि इस बार मैं और अच्छा इंसान होकर बाहर निकलूंगा. मेरे मित्र ने जिस तरह से साधना पर विश्वास जताया और दिखाया. उससे मुङो भी लगता है कि उन्हें और बेहतर इंसान होने से कोई रोक नहीं सकता है. ओइम्.
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